देवरिया:आज से नही करीब बहुत पहले से यह कृत्य देखा जा रहा है आम जनता की बात ही अलग है ग्राम सभा के प्रधान और हलका लेखपाल की नजर के सामने सरकारी भूमियों की आंधाधुँध लूट हो रही है लाखों करोड़ो की भूमि लूटी जा चुकी हैं और वर्तमान मे भी यह क्रम जोरों पर चल रहा है कृषि योग्य भूमि तो पहले ही लूट गयी अब बारी ताल तलैया और पोखरियो की लूट देखी जा रही है यहाँ तक वर्तमान मे यदि सार्वजनिक कार्य हेतु सरकारी भूमि की आवश्यकता पड़ने पर स्वप्न में भी सुलभ होने वाला नही है गाँव की राजनीति के चलते ग्राम प्रधान लोग सहम जाते है किंतु लेखपाल प्रशासन का एक अंग होता है फिर भी वह देख कर भी नजर फेर लेता है अपने जिम्मेदारी को भी दरकिनार कर देता है जबकि सरकार से उसे वेतन से लेकर अनेक सुविधाए प्राप्त होती हैं इस प्रकार सार्वजनिक हित कहा संभव है यह तो सार्वजनिक भूमि की लूट पर सरकार भी मौन है इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार के जिम्मेदार लोगो को चाहिए कि व्यापक पैमाने पर उपरोक्त तथ्यों की जांच कराई जाए और दोषी पाए जाने वाले व्यक्तियों अथवा जिम्मेदार लोगो के विरुद्ध कार्यवाही की जाए।
REG. NO : 29226/77