सोमवार, दिसम्बर 23, 2024

REG. NO : 29226/77

होमदेवरियाभारतवर्षीय गोंड आदिवासी महासभा द्वारा बिरसा मुंडा की जयंती समारोह को मनाया...

भारतवर्षीय गोंड आदिवासी महासभा द्वारा बिरसा मुंडा की जयंती समारोह को मनाया गया

देवरिया: आज दिनांक 14 नवंबर, 2024 को प्रातः 10:00 बजे से नागरी प्रचारिण सभागार, देवरिया में भारतवर्षीय गोंड आदिवासी महासभा, देवरिया द्वारा भगवान बिरसा मुंडा जयंती समारोह “जनजातीय गौरव दिवस” के रूप में बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लाहपूर्वक मनाया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिलाधिकारी महोदया, देवरिया श्रीमती दिव्या मित्तल रहीं। सर्वप्रथम जिलाध्यक्ष श्री मुंशी प्रसाद गोंड और संरक्षक श्री रामधनी गोंड जी ने जिलाधिकारी महोदया को पुष्पगुच्छ, बुके और स्मृतिचिन्ह देकर स्वागत और सम्मान किया। इसके बाद जिलाधिकारी महोदया ने बिरसा मुंडा के चित्र पर फूलों की माला चढ़कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया।तत्पश्चात जिलाध्यक्ष श्री मुंशी प्रसाद गोंड और संरक्षक श्री रामधनी गोंड सहित अन्य लोगों ने भी बिरसा मुंडा के चित्र पर पुष्पों की माला चढ़कर उनके प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी महोदया ने बताया कि बिरसा मुंडा अपने संक्षिप्त जीवन काल में ही संघर्ष करते हुए अमर हो गए। उन्होंने बताया कि बिरसा मुंडा ने जल, जंगल और ज़मीन की रक्षा के लिए आदिवासियों को अंग्रेजों के ख़िलाफ़ संघर्ष जारी रखने के लिए प्रेरित किया। जिलाधिकारी महोदया ने अपने संबोधन में आगे बताया कि मैं अपने स्तर से इस जिले की गोंड आदिवासियों की हर समस्या का समाधान करने का प्रयास करूंगी। जिलाधिकारी महोदया ने जिलाध्यक्ष श्री मुंशी प्रसाद गोंड की प्रशंसा करते हुए कहा कि, आपका जिलाध्यक्ष बहुत ही कर्मठी, त्यागी और संघर्षशील व्यक्ति हैं। आपकी प्रत्येक समस्या को लेकर यह मेरे समक्ष बड़े ही विनम्र और शालीनता से प्रस्तुत होते हैं। जिलाध्यक्ष श्री मुंशी प्रसाद गोंड ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया कि सर्वप्रथम भारत सरकार ने देश की स्वतंत्रता के 75 वर्षों का जश्न मनाते हुए वर्ष 2021 में आज़ादी का अमृत महोत्सव के दौरान 15 नवंबर को “जनजातीय गौरव दिवस” के रूप में घोषित किया और तभी से प्रतिवर्ष 15 नवंबर को ही बिरसा मुंडा के जन्मदिन को पूरे भारत में जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिलाध्यक्ष ने आगे बताया कि बिरसा मुंडा जननायक और धरती आबा थे। आज के दिन आदिवासी समुदाय अपने गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और विरासत का जश्न मनाता है, जिसमें एकता, गौरव, भारत की स्वतंत्रता और प्रगति में उनके महत्वपूर्ण योगदान को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। संरक्षक श्री रामधनी गोंड ने सभी श्रोताओं को जनपद देवरिया के गोंड आदिवासियों के संघर्षशील इतिहास पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए बताया कि सन 1977 से लेकर आज तक गोंड जाति अपने अस्तित्व, अस्मिता और अपने संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए लड़ रही है। परंतु अब मुझे आशा ही नहीं पूरा विश्वास है कि ऐसे जिलाधिकारी महोदया के सहयोगात्मक दृष्टिकोण से अब जनपद में गोंड जाति की कोई समस्या शेष नहीं रहेगी। अंत में संरक्षक श्री रामधनी गोंड ने जिलाधिकारी महोदया सहित सभी उपस्थित आगंतुकों का स्वागत और सम्मान करते हुए उनके प्रति आभार प्रकट किया। कार्यक्रम के इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष श्री बैजनाथ गोड, ओमप्रकाश गोड, जिला मीडिया प्रभारी जयनन्द प्रसाद गोंड, आशुतोष शाह, उमाशंकर गोंड, रामसूरत गोंड, श्यामनारायण गोंड, सिद्धिविनायक गोंड, राधेश्याम गोंड, सन्नी कुमार गोंड, डॉ.रामदुलारे गोंड, ब्रह्मानंद गोंड, रामाश्रय गोंड, मदन गोंड, अंबिका गोंड, विजय कुमार गोंड, अवैश कुमार गोंड, रमाशंकर गोंड, लालचंद गोंड, ध्रूपदेव शाह, अशोक कुमार गोंड, जयप्रकाश गोंड, उमेश गोंड, पप्पू गोंड, सूर्य देव गोंड, जवाहर गोंड, प्रमोद कुमार गोंड, दरोगा गोंड, जितेंद्र कुमार गोंड, विनीता गोंड और शीला गोंड सहित सैकड़ो की संख्या में गोंड आदिवासी समुदाय के लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन स्वयं जिलाध्यक्ष श्री मुंशी प्रसाद गोंड ने किया।

RELATED ARTICLES

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments